Iqtidar Lyrics (Hindi) – Arshman Khan | OST
Iqtidar Lyrics - Arshman Khan
ए इश्क़ अवल्दा डाकू माही, दो नैण मिला के लूट लेन्दा, ए इश्क़ ना तेरा मेरा माही, ए बलदी अग्ग विच सुट देदा, ए बलदी अग्ग विच सुट देन्दा.
दिल में है क्या आँखों में है क्या, तुम हो वही या वहम है कोई, मेरा दिल बता.
इस आग में क्यों जलाते हो तुम, दुश्मन मेरा लगता जैसे कोई तबीब सा.
मायल होने लगा है ये मन, खोने लगा है ये दिल, रीतों रिवाजों को तोड़ दो या, आ के कभी यार मिल.
मेरा ही ये दिल अब ना मेरा रहा.
इश्क़ रुलावे इश्क़ हसावे, इश्क़ फिरावे दर-दर कमला, इश्क़ नचावे इश्क़ गवावे, इश्क़ बना वे जग विच छला.
इश्क़ रुला वे इश्क़ हसा वे, इश्क़ फिरा वे दर दर कमला, इश्क़ नचा वे इश्क़ गवा वे, इश्क़ बना वे जग विच छला.
वार दिलों पे करते नहीं, जख्म जुदाई वाले भरते नहीं, खून जिगर माफ़ कैसे करूं, मैं भूल जाऊं ये भी मुमकिन नहीं.
एक दिल जो दर्द का मारा, जो पास था सब हारा है, इस बात को कोई जाने ना, एक दुश्मन जान से प्यारा है.
ख्वाबों का जहां बरबाद हुआ.
इश्क़ रुलावे इश्क़ हसावे, इश्क़ फिरावे दर-दर कमला, इश्क़ नचावे इश्क़ गवावे, इश्क़ बना वे जग विच छला.
इश्क़ रुला वे इश्क़ हसा वे, इश्क़ फिरा वे दर दर कमला, इश्क़ नचा वे इश्क़ गवा वे, इश्क़ बना वे जग विच छला.
Iqtidar OST Song Info:
Song: | Iqtidar OST |
Album: | Iqtidar (Drama) |
Singer(s): | Arshman Khan , Farrukh Mehervi |
Musician(s): | Arshman khan |
Lyricist(s): | Fatima Najeeb |
Cast: | Ali Raza, Anmol Baloch |
Label(©): | Green TV |