Khudaya Lyrics – Sarfira | Sagar Bhatia
Khudaya Lyrics - Sarfira
ख़ुदाया मुझे, इश्क की आग जलाऐ, ख़ुदाया मुझे, इश्क का दर्द रुलाऐ.
कहीं से मेरे, दिल की दवा ले आ, ख़ुदाया मेरे, दिल की दवा ले आ.
तू जुदा हो के देख ले, है जुदाई का दर्द क्या, जीना उसके बिना है तो, जीने मरने में फर्क क्या ?.
तूने दिवाना जो बनाया, तो माना मैं ख़ुदाया ये तेरी, रज़ा है ना.
अल्लाह-हु-अल्लाह तू आसरा दे, अल्लाह-हु-अल्लाह दिल ना दुखा रे.
ख़ुदाया मुझे इश्क की आग जलाऐ, ख़ुदाया मुझे इश्क का दर्द रुलाऐ, कहीं से मेरे दिल की दवा ले आ, ख़ुदाया मेरे दिल की दवा ले आ.
अल्लाह-हु-अल्लाह मेरे मौला…, अल्लाह-हु-अल्लाह मौला… रे मौला….
तेरी रहमत का वास्ता, तू दिखा कोई रास्ता, दिल जलों को ना जा, छोड़ के.
तर-ब-तर हो मोहब्बतें, ये भी है कोई शर्त क्या, जीना उसके बिना है तो, जीने मरने में फर्क क्या ?.
तूने दिवाना जो बनाया, तो माना मैं ख़ुदाया, ये तेरी रज़ा है ना.
Khudaya Song Info:
Song: | Khudaya |
Movie: | Sarfira (Film) |
Singer(s): | Sagar Bhatia, Neeti Mohan, Suhit Abhyankar |
Musician(s): | Suhit Abhyankar |
Lyricist(s): | Manoj Muntashir |
Cast: | Akshay Kumar |
Label(©): | Times Music |